दिनांक - 07-08-2019
व्यक्तित्व प्रखर
वक्ता मुखर
सबला नारी
सक्षम-समर्थ
सरस्वती भी
और दुर्गा रूप
भारतवर्ष की
सुषमा प्यारी
राजनीति के
अखाड़े में
अकेली ही
सौ पर भारी
इस दुनिया से
वो चली गईं
लौकिक नहीं
अलौकिक हुईं
व्याख्यानों में
गुण गानों में
अमर रहेगी
उनकी आभा
ऐसी विलक्षण
प्रतिभा से
इतिहास झिलमिलाता
है सदा
स्वरचित
दीपाली पंत तिवारी 'दिशा'
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