शिक्षक
गैर होकर भी अपना सा
लगे कोई मित्र सा
मुश्किल कोई भी हो खड़ी
ढूंढकर दे हल उसका
डाँटता है जो कभी
अच्छाई उसमें भी छिपी
हारकर जो बैठे हम
देता है वो होंसला
ज्ञान देता है हमें
मार्गदर्शक भी बने
बनके दिया वो जलता है
करता दूर अज्ञानता
ब्लॉग भविष्यफल
आज आत्म−विश्वास बढ़ेगा। कार्य की दिशा बदल सकती है। हो सकता है कि आज आप एक नए ब्लॉग की शुरुआत करें।
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बिल्कुल सही है ......शिक्षक ऐसा ही होता है नमन है मेरा .......इस सुन्दर रचना को
जवाब देंहटाएंहोना तो यही चाहिए - सार्थक रचना
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