बुधवार, 2 दिसंबर 2020

सावन


कोयल कूके अमवा की डाली

गीत गाती मधुर-मधुर मतवाली

सावन के आने का संदेशा 

देती चहुँ ओर फैली हरियाली


तीज-त्योहार की रौनक छाई

धरती ने प्यारी छवि पाई

रिमझिम-रिमझिम सावन की फुहारें

मौसम ने भी ली अंगड़ाई


अति पावन सावन का महीना

दान-व्रत का उत्तम फल दीना

बम-बम भोले के जयकारों ने

सब जग की सुध-बुध ले लीना


दीपाली पंत तिवारी 'दिशा'

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