दिशा जिन्दगी की,
दिशा बन्दगी की,
दिशा सपनों की,
दिशा अपनों की,
दिशा विचारों की,
दिशा आचारों की,
दिशा मंजिल को पाने की,
दिशा बस चलते जाने की....
रविवार, 26 जुलाई 2009
सुनिए आलू, भालू,चिडिया,बन्दर मामा और हाथी पर कविता
बच्चो, हर रविवार हम आपके लिए पॉडकास्ट लेकर आते हैं। आज हम लेकर आये हैं दीपाली पन्त तिवारी "दिशा" आंटी की आवाज़ में कुछ कविताएँ। दिशा आंटी बेंगलुरू में रहती हैं। इन्हें कविताएँ लिखने का शौक है।आगे की पोस्ट पढिये हिन्दयुग्म पर .......बाल कविता
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