रविवार, 26 जुलाई 2009

सैनिकों को नमन

आज हम सुकून से सोते है और अपने परिवार के बीच सुरक्षित बैठे हैं तो इसकी वजह है सैनिकों का दिन रात सीमाओं पर पहरा देना । जब-जब देश पर आक्रमण हुआ है या दुश्मनों ने घुसपैठ की है तब-तब हमारे देश के जांबाज सैनिकों ने अपने प्राणों का बलिदान देकर हम लोगों की रक्षा की है। आज विजय दिवस के अवसर पर सभी भारतवासियों की ओर से उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि ..............
है सैनिकों तुम्हें शत-शत प्रणाम
हम सबको है तुम पर अभिमान
है सैनिकों तुम्हें शत-शत प्रणाम
तुम ही तो हो जो हमारी ढाल हो
दुश्मन के लिए हिमालय से विशाल हो
शत्रु का मिटाया तुमने नामोनिशान
है सैनिकों तुम्हें शत-शत प्रणाम
देश के लिए तुम भटके दर-बदर
घर से दूर प्रियजनों को छोड़कर
लड़ते रहे जब तक बाकीं रहे प्राण
है सैनिकों तुम्हें शत-शत प्रणाम
देश का हर वासी तुम से सबक सीखे
सबके विचार हो तुमसे महान और ऊंचे
तो शत्रु काँपेगा और भागेगा शैतान
है सैनिकों तुम्हें शत-शत प्रणाम

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