शुक्रवार, 16 जुलाई 2021

मेरे प्यारे शिक्षक


दिनांक - 07-09-2020


मेरे प्यारे शिक्षक

आप हैं मार्गदर्शक

ज्ञान की लौ जो लगाई मज़ा आ गया

कच्ची मिट्टी थे हम

कुम्भकार हो तुम

ऐसा आकार बनाया मजा आ गया


भूल-भुलैया सी-थी ज्ञान की ये गली

अबूझ पहेली थी मेरे लिए अनकही

आपके साथ ने, ज्ञान के प्रकाश ने

ज्योत ऐसी जलाई मजा आ गया


मेरे प्यारे शिक्षक

आप हैं मार्गदर्शक

ज्ञान की लौ जो लगाई मज़ा आ गया


छोड़कर घर-आँगन थामा आपका दामन

सार्थक बन गया ये हमारा जीवन

आपके विश्वास ने, भर दिया जोश से

ऐसे हमको सँवारा मजा आ गया


मेरे प्यारे शिक्षक

आप हैं मार्गदर्शक

ज्ञान की लौ जो लगाई मज़ा आ गया


दीपाली पंत तिवारी 'दिशा'

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें