बुधवार, 20 जुलाई 2011

जिन्दगी

कभी यूँ भी करवट लेती है जिंदगी
पैरों से ज़मी खींच लेती है जिंदगी
जो अक्सर गुम रहते थे खयालों में उन्हें
हकीकत से रुबरू कर देती है जिंदगी
न होना कभी हकीकत से परे
एक नया सबक दे देती है जिंदगी
ये सिलसिला तो उम्र भर का है
हर पल इम्तहा लेती है जिन्दगी
कोइ कितना ही कोसे जिंदगी को यारों
खुशियों के पल भी तो देती है जिंदगी

3 टिप्‍पणियां:

  1. सच जिंदगी में हर रंग आते-जाते हैं ... ख़ुशी-गम चलता रहता है.. पर ख़ुशी के पल जल्दी गुजर गए ऐसा सबको लगता है...
    बहुत बढ़िया प्रस्तुति...

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  2. जिदंगी के कई रंग होते है। उसे आपने खुब समझा है।

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