सोमवार, 27 जुलाई 2009

जीवन के पल

जीवन के बचे हैं थोड़े से पल
इनको सँवार ले रोना नहीं कल
इसके पलों को अभी तू सँवार ले
इन्हीं की छाँव में जिन्दगी गुजार ले
कीमती है जिन्दगी का हर एक पल
जीवन के बचे हैं थोड़े से पल
जिन्दगी का हर पल बाद में याद आता है
जब सब कुछ बरबाद हो जाता है
बरबाद होने से बचाले ये पल
जीवन के बचे हैं थोड़े से पल

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें