शनिवार, 25 जुलाई 2009

धुंआ होती जिंदगी

नशा कोई भी हो, हर हाल में नुकसानदेह है। लेकिन सिगरेट पीना एक ऐसा नशा हैं जो पीने वालों के साथ-साथ ना पीने वालों को भी अपना शिकार बनाता है. सिगरेट से निकलता धुआँ सैकड़ों लोगों की जिन्दगियों में अँधेरा कर देता है. टी.बी, फेफडों का कैंसर, मुँह का कैंसर आदि बीमारियाँ तथा प्रजनन क्षमता में कमी जैसे भयानक परिणाम सामने आते हैं. किन्तु आज समाज में "हर फिक्र को धुँए में उड़ाने" की प्रवृति जन्म ले चुकी है. आगे की पोस्ट हिंद युग्म पर "धुंआ होती जिंदगी "में पढ़ें ............

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