शनिवार, 1 अगस्त 2009

एक रिश्ता दोस्ती का

ईश्वर ने हमें कई अनमोल तोहफे दिये हैं, उनमें से एक तोहफा है दोस्ती का। दोस्ती रिश्तों की भीड़ में एक ऐसा रिश्ता है जिसे चुनने की आजादी हमारे पास है। जन्म के साथ हमें कई रिश्ते मिलते है, लेकिन वो बंधन ईश्वर ने आप के साथ बाँधे हैं। उनमें चुनाव की गुंजाईश ही नहीं है, क्योंकि वो सब रिश्ते हमारे अपने हैं। अपने और परायों की बीच दोस्ती का रिश्ता एक कड़ी की तरह उभरता है तथा हमारे जीवन में रिश्तों की अहमियत को बढ़ा देता है।

6 टिप्‍पणियां:

  1. कभी शाख है तो कभी लता
    ख़ता भी जहाँ नहीं है ख़ता
    खुद खो गये राह दिखाते हुए
    कितना अद्भुत शै है मित्रता

    जवाब देंहटाएं
  2. सचमुच दोस्तों के चुनाव में स्वतंत्रता होती है।

    सादर
    श्यामल सुमन
    09955373288
    www.manoramsuman.blogspot.com
    shyamalsuman@gmail.com

    जवाब देंहटाएं
  3. आपको मित्र दिवस की शुभकामना

    जवाब देंहटाएं